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Important Tips for Newborns: नवजात बच्चों के लिए कुछ जरूरी टिप्स जरूर फॉलो करे !

Important Tips for Newborns में बच्चों के जन्म लेते ही एक घंटे के अंदर स्तनपान कराना जरूरी होता है। माँ का दूध बच्चो के सर्वोत्तम आहार (Mother’s milk is the best food for children in Hindi ) है इससे बच्चों के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायता मिलती है।

बच्चों के जन्म लेने के पश्चात उस की रोग प्रतिरोधक क्षमता डेवेलप होती है तथा उसमें संक्रमण होने की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए बच्चों को कम से कम 2 साल तक नियमित रूप से मां का दूध जरूरी होता है। इससे संक्रमण से बचने में तथा कई सारी बीमारियों से लड़ने में बच्चों को सहायता मिलती है।

बच्चों को स्तनपान कराने से माँ और बच्चों के बीच में संबंध प्रगाढ़ होता है। बच्चों के अंदर मानसिक तथा शारीरक विकास के लिए प्रथम 2 वर्ष काफी महत्वपूर्ण होता है। इन 2 वर्षों में अगर बच्चों को मां से भरपूर प्यार तथा स्तनपान मिले तो बच्चों का सर्वांगीण विकाश होता है।

किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने के लिए हमारे शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना जरूरी है। शिशुओं के लिए मां का दूध बच्चों के अंदर मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम को डिवेलप करने में मददगार होता है।

Important Tips for Newborns

 

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2 बच्चों की देखभाल के लिए जरुरी टिप्स ( Important Tips for Newborns Baby Taking Care in Hindi)

6 माह से 1 साल तक के बच्चो के लिए ( Important Tips for Newborns Baby in Hindi )

बच्चे जब प्रथम 6 माह को पार कर जाते हैं तो इनकी जरूरते भी वक् के साथ बदलती है। अब हर इस उम्र में उनका ख्याल रखना जरूरी है अब बच्चे जैसे से बड़े होते जाते है उनको मां के दूध के अलावा अन्य पोषाहार की भी जरूरत पड़ती है, क्योंकि शरीर का जैसे से विकास होता है उसी हिसाब से शरीर की जरूरत भी बढ़ती जाती है। बच्चे सारी पोषक तत्व मां के दूध प्राप्त नहीं कर पाते, इसलिए बच्चों को ठोस आहार देना जरूरी होता है।

बच्चों के लिए जरूरी मात्रा में विटामिंस, मिनरल्स, प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट्स इन सब चीजों का ख्याल रखना जरूरी है। उनके आहार ये सारी जरुरी पोषक तत्व की भरपूर मात्रा में उपलब्ध होना काफी जरूरी है। इस बात का ध्यान रखें कि बच्चों के मुख्य आहार के बीच में ड्राई फ्रूट्स कच्ची सब्जियां दही और ब्रेड खाने को दें।

बच्चों को शुरू से ही सही आहार और सही पोषक तत्वों के बारे में आदत डालें उसको अपने आहार में उचित पोषक तत्व चुनने की हैबिट डालने में सहयोग करें इससे बच्चों का पूर्ण रूप से सर्वांगीण विकास हो सकेगा।

 

बच्चों की देखभाल के लिए जरुरी टिप्स ( Important Tips for Newborns Baby Taking Care in Hindi)

जब महिला पहली बार माँ बनती है तो उनको बच्चों के देखभाल के बारे में Important Tips for Newborns की जरूरी बातें पता नहीं होती है उस वक्त बेबी केयर टिप्स के बारे में जानकारी आपके बच्चे को खुशहाल रखने में मदद करेगी तो आइये जानते है बेबी केयर टिप्स ( Important Baby Care Tips in Hindi ) के सबसे महत्वपूर्ण बिन्दुओ को।

साफ-सफाई का भी ध्यान रखें (Baby Cleanliness)

बच्चों की देखभाल के लिए जरूरी है कि उसकी साफ-सफाई का भी ध्यान रखें। बच्चों की जरूरी हेल्थ केयर टिप्स (Important Tips for Newborns or Baby Care Tips in Hindi ) में पहला स्टेप यही होता है कि बच्चे को साफ साफ रहने की आदत डालें। मां की स्वच्छता ही बच्चों की स्वच्छता बनाती है। क्योंकि जब मां का आंचल गंदा होगा या मां गंदी रहेगी फिर जब बच्चों को गोद में उठाएंगी तो बच्चा भी गंदा हो जाएगा इसलिए मां को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब भी वह बच्चों को गोद में ले तो पूर्ण रूप से साफ सुथरा हो और कपड़े भी साफ सुथरा ही पहने हो।

 

नवजात शिशु को गोद में उठाने का सही तरीका ( The Right Way to Hold a Newborn Baby in Hindi )

नवजात शिशु का हड्डी काफी कोमल होता है अगर हम उसको ढंग से नहीं उठाते हैं तो गर्दन और रीढ़ की हड्डियों में दबाव बन सकता है। ऐसे में नवजात शिशु को गोद में लेने का सही तरीका मालूम होना चाहिए।

जब भी बच्चों को उठाएं तो रीड की हड्डी को विशेष सहारा देकर तथा उसके सर के नीचे हाथ देकर उठाना चाहिए ऐसे में सर और रीड की हड्डी दोनों एक साथ रहती है और बैलेंस बना रहता है और कहीं एक जगह पर दबाव नहीं बनता साथ साथ मां को चाहिए कि बच्चों को अपने सीने से चिपका कर रखें। यह Most Important Tips for Newborns Baby है।

 

बच्चों को हवा में उछालने से बचें (Avoid tossing children in the air)

बच्चों को हवा में उछालने से बचे। कई बार हम यह देखते हैं कि लोग बच्चों को हवा में उछाल देते हैं फिर उसका कैच पकड़ते हैं। कुछ लोग बच्चों को घुटनों में रखकर पालने जैसा झूला झूलाते हैं। यह दोनों ही तरीका नवजात शिशु के लिए बिल्कुल ही सही नहीं है जरा सी भी गलती बच्चों के लिए काफी घातक सिद्ध हो सकती है बच्चों के विशेषज्ञ इन दोनों ही तरीकों को गलत मानते हैं।

 

नवजात बच्चों के लिए स्किन टच (Skin Touch for Newborns Baby in Hindi)

मां को चाहिए कि नवजात शिशु को सीने से चिपका कर रखें इससे बच्चों को अपनी मां की गर्मी के साथ-साथ उनकी धड़कनों को नियमित करने में सहायता मिलती है इस तरह से बच्चों का विकास तेजी से होता है।

Important Tips for Newborns in Hindi

 

डायपर या अंडरगारमेंट्स पर नजर रखे (Keep an eye on Newborn Baby Diapers )

नवजात शिशु के अंडरगारमेंट पर बार-बार नजर रखे। उसको बार-बार चेक करते रहें अगर बच्चा हेल्दी है तो वह बार-बार पेशाब करता है। इस तरह से अगर डायपर या अंडर गारमेंट्स गीले रहेंगे तो उसको संक्रमण होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। नवजात शिशु का स्किन भी काफी कोमल होता है तो डायपर बार-बार चेक करते रहने की जरूरत पार्टी है और जरूरत पड़ने पर बदलते रहे।

 

बच्चों के दूध की बोतल की नियमित सफाई (Regular cleaning of baby milk bottle)

बच्चों को जिस बोतल से दूध पिलाते हैं उस बोतल की साफ-सफाई काफी मायने रखती है। अगर आप स्तनपान नहीं करातीं है तो नियमित रूप से बच्चों के फीडिंग बोतल की सफाई करें। उसको धो ले। उसके निप्पल की साफ-सफाई बिल्कुल सही तरीके से करें। नहीं तो बच्चा बीमार हो सकता है संक्रमित हो सकता है।

 

नवजात शिशु को नहलाने का तरीका (How to Bathe a Newborn in Hindi)

नवजात शिशु को नहलाने का तरीका भी काफी मायने रखता है क्योंकि बच्चों का गर्भनाल रहता है जब तक बच्चों बच्चों का गर्भनाल गिर नहीं जाता उसे नहलाना नहीं चाहिए। बच्चो के नहलाते वक्त कुछ महीनो तक गीली तौलिया से साफ सफाई करे। तुरंत पानी से न नहलाये।

 

बच्चों का खिलौना हमेशा बिस्तर से दूर रखे (Always Keep Children’s Toys Away From The Bed)

बच्चों का खिलौना हमेशा बिस्तर से दूर रखे। कुछ लोग ऐसा करते हैं कि जिस बिस्तर पर बेबी सोई रहती है उसी के आसपास खिलौनों की भरमार कर देते हैं। इससे बच्चों को अच्छी तरह से नींद नहीं आती और चोट लगने का भी खतरा रहता है। साथ-साथ उस खिलौने से बच्चों को एलर्जी होने का भी खतरा रहता है।

 

बच्चों को सुलाने के टिप्स (Baby Sleeping Tips in Hindi)

बच्चों को सही और पर्याप्त नींद आये इस बात ख्याल रखा जाना बहुत जरुरी है। कई शिशु रोग विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि अचानक शिशु की मृत्यु हो जाती है जिसकी वजह बच्चों का सही ढंग से ना सोना भी शामिल होता है। इस बात का ध्यान रखें कि जिस स्तर पर बच्चों को सुला रहे हैं वह बिस्तर बिल्कुल साफ सुथरा हो। पूरी तरह से धूलि होनी चाहिए और बिल्कुल मुलायम तथा आरामदायक होनी चाहिए।

 

बच्चों के कमरे की साफ सफाई (Kids Room Cleaning)

बच्चों के कमरे की साफ सफाई का ध्यान रखना भी जरूरी होता है। इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे को जिस कमरे में आप सुलाते हैं वहां पर जब भी कोई बाहर से व्यक्ति आता है तो उसको सीधा अंदर न जाने दे। हाथ पैर धुलाकर के ही अंदर जाने दे। इससे बच्चों को एलर्जी या संक्रमण का खतरा होने का सम्भावना कम हो जाता है।

 

बच्चों को सही कपड़ा पहनाये (Dress The Kids Properly)

बच्चों को हमेशा सही कपड़े पहनए। इस बात का ध्यान रखें कि बच्चों को जो कपड़ा पहना रहे हैं वह बिल्कुल आरामदायक होना चाहिए। ज्यादा रंगीन कपड़े ना पहनाये। तथा हमेशा कॉटन कपड़ो का ही चयन करें। कोशिश करे की जिन कपड़ों को आप पहना रहे हैं उस कपड़ों में कोई हार्ड चीज ना हो जैसे कि बटन वैगरह तो काफी अच्छा होगा।

 

बच्चों के रोने पर ध्यान दे (Pay Attention To The Crying of Babies)

इस बात का ध्यान रखें कि बच्चा क्यों रो रहा है उसका मतलब समझने की कोशिश करें उसकी जरूरतों को समझने की कोशिश करें। कई बार ऐसा होता है कि बच्चे खाने के लिए सोने के लिए भी रोते हैं।
अगर बच्चों को भूख लग रही है तो इस बात का ध्यान दें और उसको जरूरत पड़ने पर फीडिंग कराएं उसको सीने से लगाकर हल्की सी थपकी के साथ सुलाने की कोशिश करे।

 

बच्चों को कभी भी अकेला ना छोड़े (Important Tips for Newborns – Never Leave Kids Alone in Hindi)

नवजात बच्चों को कभी भी अकेला ना छोड़े। बच्चों के डॉक्टर्स या विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि बच्चों के साथ किसी एक वयस्क बक्ति को होना बेहद जरूरी है।

 

डॉक्टर का परामर्श (Doctor’s Consultation is Important Tips for Newborns in Hindi)

अगर बच्चों के अंदर जरा सा भी अस्वस्थ लक्षण दिखे तो डॉक्टर के पास जाने में देरी न करें। किसी भी तरह के अस्वस्थ लक्षण जैसे अगर बुखार आ रही है, उल्टी हो रहा है, दस्त हो रहा है आदि लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर की परामर्श ले। डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही दवाई ले अपने मन से कुछ भी दवा बच्चों को ना दें।

 

नवजात की माँ का स्वास्थ और खानपान

नवजात बच्चों का सेहत बहुत कुछ मां की सेहत पर भी निर्भर करता है। नवजात बच्चे मां का स्तनपान करते हैं तो तो अगर माँ का तबीयत खराब रहेगा तो बच्चों के सेहत पर भी असर परता है। साथ साथ मां को हेल्दी डाइट पर भी ध्यान देनी चाहिए। माँ का दूध बच्चों के सर्वोत्तम आहार होता है।

 

नवजात शिशु का मालिश करना (Why Newborn Baby Massage in Hindi)

नवजात शिशु का मालिश करना हमारे यहां एक सदी से चली आ रही है। गांव में देखने को मिलता है कि दादी मां अपने पोते को घुटनों पर लिटा कर सरसों तेल से मालिश करती है। यह मालिश बच्चों के शारीरिक विकास के लिए काफी जरूरी होता है। इस मालिश की वजह से बच्चों का वजन सही तरीके से बढ़ता है। दूध को पचाने में भी सहायता मिलती है। उसका शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास में भी उसको मदद मिलती है।

 

बच्चों की डकार दिलाये (Important Tips for Newborns: Dakar)

बच्चों को स्तनपान करने के बाद इस बात का भी ध्यान रखा जाना जरूरी है कि बच्चा ठीक से डकार ले रहा है कि नहीं। अगर डकार बाहर नहीं आता तो नवजात शिशु के पेट के अंदर गैस की बीमारी या मरोड़ आदि की समस्या हो सकती है। इससे नवजात शिशु के अंदर पेट दर्द की भी शिकायत हो सकती है। इसलिए बच्चा जब स्तनपान कर लेता है तो उसको ठीक तरह से डकार दिलाने में सहायता करें।

 

नवजात शिशु से जुड़ी स्वास्थ्य सम्बंधित जानकारी (Important Tips for Newborns Baby Health Information in Hindi)

नवजात शिशु बोल कर तो कुछ बता नहीं सकता इसलिए उसका स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाना काफी जरूरी है। उसके हावभाव को समझना कि स्वस्थ है कि नहीं है। उसके रोने की आवाज को भी समझने की जरुरत होती है। यह सब बच्चों की स्वास्थ्य से जुड़ी टिप्स में शामिल है।
आप इस बात से आस्वस्त हो सकते की आपका शिशु स्वस्थ है कि नहीं है। इसके लिए कुछ टिप्स फॉलो कर सकते हैं।

 

टीकाकरण: बच्चों को जन्म से लेकर आवश्यक टीकाकरण जरूर दिलाएं जैसे कि हैपेटाइटिस बी, रेबीज, पोलियो, चिकन पॉक्स आदि। इन सब बीमारियों का ध्यान पूर्वक टीकाकरण कारना न भूले। इस प्रकिया में आपको कुछ महीनों से लेकर सालों तक के समय लग सकते हैं।
इन टीकाकरण को पूरा करने से बच्चों के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम डिवेलप होगी और बीमारियों से लड़ने में उसको सहायता मिलेगी।

 

समय समय पर जरूरी डॉक्टर चेकअप: नवजात शिशु को समय समय पर जरुरी चेकअप जरूर करवाएं। अगर किसी भी तरह की अस्वस्थ लक्षण दिखे तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से मिले और डॉक्टर्स के परामर्श के अनुशार ही दवा दे।

 

जरुरी जानकारी का रिकॉर्ड मेंटेन करे (Most Important Tips for Newborns in Hindi)

बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ी संबंधित चीजों के लिए एक डायरी को मेंटेन करें। इससे इस बात का पता लगाने में मदद रहेगा कि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो रहा है या नहीं हो रहा है। बच्चों का सामान्य तरीके से विकास ना होना कई सारी समस्या को पैदा कर सकता है। उसके लिए आप उसके विकास से जरूरी चीजें समय-समय पर नोट करके रखें जैसे कि उसका वजन, उसकी हाइट, उसका मानसिक विकास आदि के बारे में।

एक माइल स्टोन तैयार करके रखें और डायरी में मेंटेन करके रखें और एक अंतराल पर तुलनात्मक अध्यन जरूर करते रहें जरा सा भी कुछ फर्क दिखे तो डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।

 

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संदर्भ (Sources):

Maternal Diet: Do mothers need more calories while breastfeeding?

How Vaccines Strengthen Your Baby’s Immune System by CDC

A Guide for First-Time Parents by KidsHealth

How Much and How Often to Breastfeed by CDC

Sleep and your baby by BetterHealth

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