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Diet Plan for Heart Patients: हृदय रोगी कैसा डाइट प्लान फॉलो करे ?

भागदौड़ भरी जिंदगी में आम लोगों की दिनचर्या इतनी खराब हो चुकी है कि उनको पता ही नहीं चल रहा है कि उन्होंने कितना बड़ा रिस्क अपने जीवन के साथ लिया है। Heart Disease and Remedies in Hindi में विस्तार से जानेंगे।

कहने का मतलब यह है कि स्वस्थ शरीर के लिए आपके स्वस्थ दिल का होना बहुत जरूरी है लेकिन नौकरी रोजगार आदि के चक्कर में हम जिस तरह से प्रदूषित वातावरण में भटकते हैं उसे हमारे स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ता है।

समय पर खान-पान ना करना, स्वस्थ भोजन नहीं खाना यह एक आम समस्या बन चुकी है जिसकी वजह से हर परिवार में कोई न कोई व्यक्ति हृदय रोग से ग्रस्त हो चुका है।

अनियमित लाइफ के कारण होने वाले बीमारियों में हृदय रोग एक सबसे बड़ा रोग के रूप में बढ़ रहा है।

भारत हृदय रोगियों का विश्व में एक केंद्र बन चुका है सबसे ज्यादा हृदय रोगी भारत में पाए जाते हैं। हमें जानना होगा की आखिर hriday rog ka karan kya hai और hriday rog से कैसे बचा जा सकता है।

Heart disease and remedies

 

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हृदय का स्वस्थ रहना क्यों जरुरी है – Important to Have a Healthy Heart in Hindi

हमारा दिल 1 मिनट में लगभग 60 से 90 बार धड़कता है। मनुष्य के शरीर में पाए जाने वाला दिल स्वस्थ शरीर के लिए काफी जरूरी है क्योंकि शरीर में रक्त को साफ करने का काम इसी दिल का होता है।

अगर दिल स्वस्थ नहीं रहेगा तो रक्त का साफ-सफाई ढंग से नहीं हो पाएगा जिसकी वजह से कई शारीरिक परेशानियां, कई सारे रोग उत्पन्न होते हैं।

आम तौर पर देखा जाए तो एक पुरुष के अंदर हार्ट अटैक की संभावना 40 साल के बाद ज्यादा होती है और महिलाओं में यही संभावना है 45 साल के बाद ज्यादा होती है। इसलिए हमें अपने दिल का ख्याल रखना काफी जरूरी है।

 

ह्रदय रोग से बचने के लिए खान पान में क्या शामिल करे – Include in Diet to Avoid Heart Disease in Hindi

हृदय रोग से बचने के लिए अपने खान पान में कुछ पदार्ध जरूर शामिल करना चाहिए जैसे की छिलकेवाले मूँग की दाल, गेहूँ की रोटी, जौ का दलिया, परवल, करेला, प्याज, गाजर, अदरक, सौंठ, हींग,जीरा, काली मिर्च, सेंधा नमक, अजवायन, अनार, मीठे अंगूर, काले अंगूर आदि महिला तथा पुरुष दोनों को ही अपने खान पान में शामिल कर के ह्रदय की बीमारियों से बचे रह सकते है।

 

हृदय रोग को आमंत्रित करते है ऐसे खाद्य पदार्थ – What Foods Invite Heart Disease in Hindi

भारत में ज्यादातर लोगो को सुबह उठते ही चाय या कॉफी पिने की आदत है जो की हृदय घात का प्रमुख कारन बनता है।

हार्ट के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए जैसे की घी, तेल, मिर्च-मसाले, दही, पनीर,मावे से बनी मिठाईयाँ, टमाटर, आलू, गोभी, बैगन, मछली, अंडा, फास्टफूड, ठंडाबासी भोजन, भैंस का दूध, घी, फल, भिंडी आदि भी हृदय रोग को आमंत्रित करता है।

 

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हृदय रोग का संकेत और लक्षण – Signs and Symptoms of Heart Disease in Hindi

Heart Patient ke symptoms दिखाई पड़ता है जिसको अगर हम पहचान ले तो कई सारी समस्याओं से हम बच सकते हैं। ह्रदय रोगी वाले व्यक्तियों में अक्सर सांसे तेजी से फूलती हैं।

कुछ कदम की दूरी पैदल तय करते हैं तो उनकी सांस फूलने लगती है और उनको अक्सर थकान महसूस होता है और उनके शरीर में रक्त का संचार कम होने लगता है यह सारे लक्षण हृदय रोगियों के हैं।

 

Hriday rogi ki pahchan kaise karen

थोड़े से ही शारीरिक परिश्रम में थकावट महसूस होने लगती है जैसे कि ज्यादा देर तक एक्साइज नहीं कर सकते हैं। घर के छोटे-मोटे काम करने में उनके सांस फूलने लगती है। इसके द्वारा hriday rogi ki pahchan kar sakte है।

 

Artery Block or a Heart Attack in Hindi

जब आर्टरी ब्लॉक होता है या हार्ट अटैक आता है तो उस वक्त हृदय में तेज दर्द होता है और खिंचाव भी महसूस होता है, सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, कभी-कभी किसी किसी केस में जी मिचलाने लगता है, सीने में जलन होने लगती है आदि समस्याएं भी हृदय रोगी की पहचान है।

 

सामान्य से अधिक पसीना आना – Sweating More Than Usual

अगर अचानक ही बिना शारीरिक क्रिया के सामान्य से अधिक पसीना आने लगे और तेज तेज सांसे फूलने लगे या सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगे तो यह सब हार्ट अटैक के लक्षण है। इसमें आपको कभी कभी छाती में दर्द भी महशुश होता है और साथ में कंधे में दर्द महशुश होने लगता है ये सारे लक्षण भी हृदय में होने वाली समस्याओं के लक्षण है।

 

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Home Remedies of Heart Disease in Hindi

ह्रदय रोगियों के लिए डाइट प्लान का होना काफी जरूरी है। डाइट प्लान के माध्यम से बहुत सारी बीमारियों को कंट्रोल कर सकते हैं। ह्रदय रोग भी उन्ही बीमारियों में से एक है जिसे Diet plan पर ध्यान देकर heart disease control कर सकते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं कि hriday rogi ka diet chart in hindi कैसा होना चाहिए।

 

तनाव मुक्त रहे – Be Stress Free in Heart Disease

हार्ट अटैक से बचने का तरीका है कि आप किसी भी तरह का तनाव ना ले। अक्सर कई बार होता है कि ऑफिस में काम करने वाले लोग ऑफिस के कामों की वजह से काफी साइक्लोजिकल तनाव (psychological stress)से गुजर रहे होते हैं जो कि हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण बनता है। किसी भी तरह का परिवारिक तनाव हो उसको हावी न होने दें और बिल्कुल ही तनाव मुक्त रहे।

 

लौकी की सब्जी खाये – Eat Gourd Vegetable in Heart Disease

ह्रदय रोग या रक्तचाप में लौकी की सब्जी काफी फायदेमंद होता है लौकी का सूप पीने पर भी यह काफी फायदा पहुंचाता है।
हृदय रोग से ग्रस्त व्यक्ति के लिए सप्ताह में 4 बार लौकी की सब्जी जरूर खाना चाहिए अलग सब्जी नहीं दिखा रहे हैं तो उसका सूप बना कर पी सकते हैं।

 

काली मिर्च का सेवन – Black Pepper Consumption in Heart Disease

काली मिर्च में मौजूद एंटीबायोटिक गुण हृदय रोगियों के लिए काफी लाभदायक होता है। काली मिर्च हार्ट अत्ताक्ट के लिए फायदेमंद इसलिए भी है की यह कॉर्डियोप्रोटेक्ट‍िव एक्शन को सक्रिय करती है। जब यह सक्रीय होती है तो हमरे शरीर में कार्डियक फंक्शन बढ़ता है।

 

अदरक का रस और शहद – Ginger Juice and Honey

अदरक का रस शहद के साथ मिलाकर चाटने से भी हृदय रोग में काफी फायदा मिलता है।

दिल से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए दो चम्मच शहद के साथ आधा चमच्च अदरक का रस मिलाकर जरूर पीना चाहिए।

 

लहसुन है हृदय रोग का इलाज – Garlic is The Cure for Heart Disease in Hindi

लहसुन का अपने खानपान में सेवन करना स्वास्थ वर्धक माना जाता है इसके नियमित सेवन से हृदय से जुड़ी बीमारियों में काफी राहत पहुंचाता है।

जो व्यक्ति नियमित रूप से लहसुन का सेवन करते हैं उसके कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है क्योंकि लहसुन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण ह्रदय से जुड़ी कई सारी बीमारियों को नियंत्रित रखता है।

 

धनिया का सेवन करें – Eat Coriander

धनिया में भी एंटी ऑक्सीडेंट गुण होने की वजह से कई सारी बीमारियों में इसका सेवन फायदेमंद होता है।

हृदय से जुड़ी बीमारी में भी धनिया का सेवन काफी फायदा पहुंचाता है, क्योंकि इसमें मौजूद फ्री रेडिकल्स दिल को सुरक्षित रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और साथ-साथ में कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल रखते हैं जो कि ब्लड फ्लो को बढ़ाने के लिए धनिया का बीज उपयोग में लिया जाता है।

 

हल्दी से दिल के रोगी का इलाज – Heart Disease Treatment With Turmeric in Hindi

हल्दी तो वैसे भी काफी गुणकारी होता है। रात को सोते समय एक गिलास दूध के साथ अगर हल्दी मिलाकर पिए तो फिर कई सारे दिल से जुड़ी बीमारियों में या आराम पहुंचाता है।

यह डायबिटीज से भी बचाता है साथ में कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी संतुलित रखता है।

 

Heart Disease में आलूबुखारा या मीठा अनार

आलूबुखारा या मीठा अनार इन दोनों का सेवन भी हृदय से जुड़ी बीमारियों से आराम मिलता है।

अगर ह्रदय बेचैनी महसूस हो रहा है दिल तेजी से धड़क रहा है तो ऐसी स्थिति में यह दोनों का सेवन करना काफी फायदेमंद रहता है।

 

गाजर और पालक का रस – Carrot and Spinach Juice For Heart Patients

घर के रस के साथ पालक का रस निकालकर जोश में फिल्म स्कोर रोज सुबह पिए क्या बे हृदय से जुड़ी बीमारियों में काफी फायदा पहुंचाता है।

अगर आपका दिल तेजी से धड़क रहा हो ऐसी स्थिति में या काफी फायदा पहुंचाता है और तुरंत आराम मिलता है।

 

 

हृदय रोगियों के लिए डाइट प्लान

हृदय रोगों से बचना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ डाइट प्लान सुझा रहा हूं इनको अपने दैनिक जीवन में अपनाकर ह्रदय से जुड़ी बीमारी होने के खतरे को काफी हद तक आप कम कर सकते हैं।

इन डाइट प्लान में आपको फल सब्जी से लेकर कई तरह के अनाज शामिल करने होते हैं जो कि आपके ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल आदि को कंट्रोल करते हैं और हृदय से जुड़ी बीमारियों से बचाते हैं।

 

सेब, खट्टा फल शामिल करें

हृदय से जुड़ी बीमारियों के लिए कुछ फल ऐसे होते हैं जो काफी लाभदायक होते हैं जैसे कि सेव, स्ट्रोबेरी, ब्लूबेरी, रसबेरी और अंगूर या खट्टे फल।

ऐसे फ्रूट्स के अंदर फाइबर की मात्रा का प्रचुर रूप से मौजूद होती है और इनके अंदर एक खास प्रकार का फाइबर पाया जाता है जो कि आसानी से घुलनशील होता है जिसे पेक्टिन कहते हैं।

इन फलो को अगर अपने दैनिक जीवन में शामिल करते हैं तो यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में काफी मदद करता है।

एवोकाडो: यह बैड कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।

 

हरी पत्तेदार सब्जियां

सब्जियों के मामले में हरी पत्तेदार सब्जियां भी कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करती है।

हरी पत्तेदार सब्जियों में कोलेस्ट्रॉल को घटाने के लिए कई सारे तत्व मौजूद होते हैं जैसे कि साग या हरी पत्तेदार सब्जियों में ल्यूटिन और कैरोटेनॉइड्स

तत्व होते है जो ह्रदय से जुड़ी बीमारियों को कम करता है।

टमाटर खाने से भी कोलेस्ट्रॉल लेवल कम रहता है, टमाटर में पाए जाने वाले स्टॉर्च ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है।

बैगन भी कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है और यह पाचन तंत्र के लिए भी काफी अच्छा है।

 

हृदय रोगियों के लिए अनाज – Cereals for Heart Patients in Hindi

हृदय रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए दाल का सेवन भी काफी फायदेमंद होता है क्योंकि दाल में पाए जाने वाले प्रोटीन और फाइबर स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी अच्छे होते हैं।

अगर नियमित रूप से दाल का सेवन किया जाए तो इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता नहीं है और यह स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।

जौ मैं बीटा-ग्लूकन तत्व होता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है। आप अपने दैनिक खानपान में जौ का भी उपयोग ले सकते हैं।

ओट्स में मौजूद तत्व, फाइबर जल्दी घुलने में सहायक होता है जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है।

 

निष्कर्ष

ह्रदय रोग का मुख्य कारण है हमारा खान-पान अगर हम अपने खानपान को नियंत्रित रखते हैं स्वास्थ्यवर्धक भोजन करते हैं समय पर भोजन लेते हैं और तनाव फ्री रहते हैं तो बहुत हद तक हम दिल से जुड़े ज्यादातर बीमारियों से बचे रह सकते हैं।

 

References:

https://zeenews.india.com/hindi/health/

https://www.1mg.com/hi/patanjali/

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