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शेयर बाजार में इन्वेस्ट कैसे करे ? किन गलतियों से बचकर रहे ? 10 बेहतरीन इन्वेस्टमेंट टिप्स।

क्या आपके मन में भी कुछ इस तरह के सवाल है की शेयर मार्केट कैसे सीखे ? तो इस सवाल को ध्यान में रखकर पूरी तरह से यह Investment Tips लिखा गया है ताकि आप इसे पढ़कर शेयर मार्केट के Basics of Investment Tips को समझ सके और सिख सके।

एक आम निवेशक जब पहली बार शेयर बाजार में कदम रखता है तो वह शेयर मार्केट के कई छुपे हुवे पहलुओ से अनजान रहता है। जिस से वह अक्सर शेयर को समझने में कई सारी गलतियाँ करता हैं, जो बाद में उसके Investment Portfolio या मूल धन को नुकसान पहुँचाती है। मुझे स्टॉक मार्केट में 5 सालों से ज्यादा का अनुभव हो चूका है इस दौरान मैंने बजार के उतार चढाव दोनों ही देखे है। ऐसे मैं आपको कुछ अपने अनुभवों के आधार पर कुछ ऐसी Common Stock Market Mistakes के बारे में बताने जा रहा हु जिस से बचकर कोई भी शेयर मार्केट में अच्छा मुनाफा कमा सकता हैं।

भारत में Share Market का वॉल्यूम पिछले 3 सालो में खूब बढ़ा है ऐसे में आपका कोई न कोई दोस्त शेयर बाजार में निवेश करने या ट्रेडिंग करने के बारें में बात करता हुआ मिल ही जाता होगा, ऐसे में सवाल उठता है की क्या ऐसे ही केवल सुन कर की आपका कोई दोस्त ने शेयर मार्केट से X अमाउंट कमा लिया तो आपको भी निवेश कर देना चाहिए।

ऐसे में शेयर बाजार में निवेश करते समय आपको कुछ सावधानियाँ ध्यान में रखना बेहद जरुरी होता है (Precautions in Mind While Investing in The Stock Market) ताकि आप गलतियों से बच सकें और अपने जीवन की गाढ़ी कमाई न खोये और अच्छे निवेश कर के अच्छे लाभ प्राप्त कर सकें। इसीलिए wishucare.com वेबसाइट आपको शेयर बाजार में निवेश करते समय शेयर बाजार की 7 गलतियाँ (Mistakes in Share Markt in Hindi) को गिनाने जा रहा है जिसे एक आम निवेशक को उस से बचना चाहिए। कृपया इस सुझाव को अच्छी तरह से पढ़े:

 

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2 शेयर बाजार में निवेश क्या होता है ? – Investment Kya Hota Hai ?

शेयर बाजार क्या है? – Share Bazaar Kya Hai?

एक ऐसा बाजार या एक ऐसा प्लेटफार्म जहा व्यापारी अपने व्यापार का हिस्सा बेचने और खरीदार उस व्यापार से हिस्सा खरीदने के लिए इकठ्ठा होता है इसमें कोई व्यापारी अपने व्यापार से कुछ हिस्सा बेच कर पैसा जुटाता है और आम पब्लिक उस व्यापार से कम से कम पैसे में भी आसानी से कुछ हिस्सा खरीद कर निवेशक बनता है।

आसान भाषा में कहे तो यह एक सरकार द्वारा संचालित एक ऐसा Centralized Platform जहा Buyers And Sellers दोनों ही एक मंच पर आते है और शेयर का खरीद बिक्री करते है।

शेयर बाजार को अंग्रेजी में स्टॉक मार्केट भी कहा जाता है। भारत में शेयर बाजार के लिए दो तरह के सेंट्रलाइज्ड सिस्टम है एक है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) जिसे शार्ट फॉर्म में BSE भी कहा जाता है और दूसरा है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) जिसका शार्ट फॉर्म NSE है।

 

शेयर बाजार में निवेश क्या होता है ? – Investment Kya Hota Hai ?

शेयर बाजार में निवेश का मतलब होता है की किसी दूसरे के व्यापार में कुछ हिस्सा खरीदना। सरकार कंपनियों में हिस्सों को लीगल तरीके से खरीद बेच के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराती है जिसे शेयर बाजार कहते है। यहाँ जब कोई किसी कंपनी का शेयर खरीद लेता है तो वह लीगल रूप से उस कंपनी में निवेशक बन जाता है।

जब कंपनी अपनी व्यापार में प्रॉफिट कमाती है तो वह अपने निवेशक को प्रॉफिट में हिस्सा शेयर करती है और शेयर का प्राइस जब बढ़ता है तो निवेशक उस शेयर को बेच कर अपने मूल धन पर प्रॉफिट कमाते है।

कंपनी बाजार से कई तरह से पैसा जुटाती है उनमे है:

1. आईपीओ (Initial Public Offering) – IPO Kya Hota Hai?

IPO यानि Initial Public Offering का मतलब होता है की एक कंपनी अपने हिस्से का कुछ शेयरों बाजार में बेचकर पैसा जुटाना चाहती है ताकि अपने विकास काम को और बढ़िया से कर सके।

2. FPO Kya Hai?

FPO ka matlab होता है अनुवर्ती सार्वजनिक पेशकश जबकि अंग्रेजी में fpo ka full form होता है follow-on public offering, जब कोई कंपनी पहले से हीबाजार में लिस्टेड रहती है लेकिन फिर भी वह पैसा जुटाना चाहती है तो वह FPO लेकर आती है इसके लिए कंपनी जनता के लिए नए शेयर (new or fresh shares) जारी करती है।

 

1. निवेश सम्बंधित बेसिक जानकारी हाशिल करे – Get Basic Information Related to Investment

कोई भी व्यक्ति जो बाजार में निवेश करना चाहता है उसे यह समझना बहुत जरुरी है की निवेश करना कोई चाय बनाने जैसा नहीं है की दूध गर्म किया और चाय पत्ती डाला और फिर अदरक इलायची डालकर उबालकर उतार लिया और आपका चाय तैयार।

नहीं निवेश बिलकुल ऐसा नहीं है। शेयर बाजार में निवेश का मतलब होता है की आप किसी व्यापर में अपना हिस्सा खरीद रहे है।

यह कुछ ऐसा है की जैसे आप कोई व्यापार बना रहे है और जब आप व्यापार खरी करते है तो आप अच्छी तरह से जानकारी हाशिल करते है उसी तरह आप सबसे पहले यह पता करे की कंपनी का प्रोडक्ट क्या है ? कंपनी कैसे पैसा कमाती है ? कंपनी का प्रॉफिट मार्जिन क्या है ? कंपनी का पिछले 5 सालो में ग्रोथ रेट (Growth Rate) कैसा है ? कंपनी पर कितना कर्ज है ? कितना एसेट है ? कंपनी का रिव्यु कैसा है ? आने वाले समय में कंपनी की भविष्य की योजनाएं (Future Plan) क्या है ? उसका मैनेजमेंट कैसा है ? उनका ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है ? कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी का फीडबैक कैसा है आदि।

जब आप इतने सारे सवालो का जवाब ढूंढेंगे तो आपको व्यापार की गहराई मालूम चलेगी।

अब आप निवेश करने की पहली सीधी चढ़ चुके है यानि आप निवेश करने की पहली योग्यता हाशिल कर चुके है।

 

2. अपना निवेश लक्ष्य के लिए रणनीति तैयार करे – Make a Strategy for Your Investment Goals

सफल निवेशक बनना एक युद्ध जितने जैसा होता है आपको युद्ध में हर तरह की संभावित उलटफेर के लिए तैयार होकर जाना पड़ता है उसकी तरह आपकी भी एक एक निवेश रणनीति होनी चाहिए।

आपको अपने निवेश लक्ष्य और उसकी एक निश्चित अवधि ध्यान में रखते हुवे रणनीति तैयार करनी चाहिए। स्पस्ट निवेश लक्ष्य आपके निवेश के फैसले को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण योगदान निभाता है।

 

3. हेरफेर में न निवेश करें – Don’t Invest in Manipulation

देखा देखि या किसी के बताई गई टिप के आधार पर निवेश जोखुम भरा होता है या आसान भाषा में कहे तो एक तरह का जुवा होता है (Tip Investment is a gambling).
एक अच्छा निवेशक हमेशा अपने रणनीति के अनुसार हो कोई कदम बढ़ाता है। आप भी एक अच्छे निवेशक बने और कभी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे की फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि से देखकर निवेश करने से बचे।

इन प्लॅटफॉर्म पर अनेको ऐसे पेज है जहा पर निवेश सम्बंधित टिप दिए जाते है की फलाना शेयर के प्राइस में उछाल आने की सम्भावना है या फलाना शेयर इतने पर खरीदे और इतने पर बेचे।

हमेशा इस बात का ध्यान रखे की आप शेयर में नहीं बल्कि एक व्यापर में निवेश कर रहे है और व्यापार का एक ही नियम है अपने मूल धन को सुरक्षित रखते हुवे प्रॉफिट कमाना और आप प्रॉफिट तभी कमा पायेंगे जब आप इन्वेस्टमेंट रणनीति को फॉलो करेंगे।

There is only one rule in business to earn profit while keeping your principal amount safe.

 

इसे भी पढ़े: 10 Investment Books That Every Investor Must Read

 

4. सबसे पहले खुद में निवेश करें – Invest in yourself first

दूसरे के व्यापार में निवेश करने से पहले सबसे जरुरी और अतिआवश्यक सूत्र यह है की आप खुद में निवेश करना सीखे।

आपके मन में यह सवाल उठ सकता है की खुद में निवेश का क्या मतलब हुवा ? तो खुद में निवेश का मतलब यह होता है की शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आप यह सीखे की निवेश का मतलब क्या होता है ? फाइनेंसियल ज्ञान क्या होता है उसे कैसे बेहतर करे ? नियमित रूप से कुछ न कुछ सिखने की रूटीन पालन करे ? फाइनेंसियल ज्ञान को बढ़ाने के लिए फाइनेंसियल किताबे पढ़े जैसे द इंटेलीजेंट इन्वेस्टर, रिच डैड पुअर डैड, The Psychology Of Money by Morgan Housel आदि।

आपके निवेश में रुचि को देखते हुए शेयर बाजार के बेहतरीन पुस्तकों की लिस्ट (World’s Best Stock Market Books) तैयार की गई है जिसे मैं पढ़ने के बाद हर महीने अपडेट करता रहता हु। जो पुस्तके मुझे अच्छी लगती है केवल उसे ही मैं इस लिस्ट में ऐड करता हु। आप चाहे तो इसे भी पढ़ सकते है।

 

5. कंपाउंडिंग के जादू को समझे – Understand the Magic of Compounding

शेयर मार्केट का जादुई आंकड़ा जिसकी मदद से आप करोड़पति बन सकते है – Magical data of share market with the help of which you can become a millionaire

शेयर बाजार में कंपाउंडिंग के जादू को समझे – Understand The Magic of Compounding in The Stock Market

शेयर बाजार में अगर आप कंपाउंडिंग के जादू को समझ गए तो आपको अमीर बनने से कोई नहीं रोक सकता। कम्पाउंडिंग एक ऐसा जादू है जिसकी वजह से दुनिया में बड़े से बड़े धनवान लोग बने है।

आपने तो दुनिया के मशहूर निवेश वारेन बुफेट (world famous investor Warren Buffett) का नाम तो सुना ही होगा। आज उनकी सम्पत्ति में अविशनीय वृद्धि केवल कम्पाउंडिंग के कारण हुई है।

शेयर बाजार से करोड़पति कैसे बने ? How to become a millionaire through stock market in Hindi?

शेयर बाजार से करोड़पति बनने के लिए एक ऐसा आसान उपाय है जिसकी मदद से आप केवल दस सालो से भी कम समय में ही करोड़पति बन पायेंगे (become a millionaire in less than ten years) मगर इसके लिए आपको कम्पाउंडिंग के जादुई आकड़ो को समझना होगा।

मान लीजिए की आपका मूल धन है 20 लाख रूपये और अगर आप सालाना 15 प्रतिशत की वृद्धि करते है तो भी आप लगभग 10 सालो में करोड़पति बन जायेंगे।

लेकिन वही अगर आप अपने मूल धन में केवल 10 लाख और बढ़ा देते है और आप शुरुवाती निवेश 30 लाख से करते है तो सालाना 15% की मामूली वृद्धि भी 10 साल से कम समय में ही आपको करोड़पति बना देगा।

Stock Investment CAGR 15 % Yearly
15% CAGR Annually

लेकिन वही अगर आप थोड़ा मेहनत करते है और शुरुवाती 20 लाख रुपये का मूलधन निवेश के साथ हर साल 20 प्रतिशत की वृद्धि करते है तो आप 10 साल से पहले ही करोड़पति बन जाएंगे।

लेकिन अगर आपका प्रारम्भिक निवेश 30 लाख रुपये का है और सालाना 20% CAGR से ग्रोथ करते है तो यह कम्पाउंडिंग रूपी जादुई कैलकुलेशन केवल 7 साल में ही करोड़पति बना देगा।

जैसा की आप नीचे की एक्सेल शीट कैलकुलेशन में देख रहे है अगर आप अभी से निवेश करना शुरू करते है तो आप साल 2030 तक करोड़पति बन जायेंगे।

Stock Investment CAGR 20% Annually
20% CAGR Annually

 

शेयर मार्केट में तेजी से करोड़पति कैसे बने – How to Become a Millionaire Quickly in the Stock Market? (Investment Tips in Hindi)

अब ऐसे में अगर आपको लगता है की स्टॉक मार्केट में तो लोग तेजी से करोड़पति बनते है तो भी आप सही सोच रहे है बशर्ते की आपको थोड़ी और अधिक मेहनत करनी पड़ेगी और आप बहुत कम समय में ही करोड़पति बन जायेंगे।

लगातार अपने आप में निवेश आपके ज्ञान में वृद्धि करेगा और यह निवेश आपको स्टॉक चुनने में मदद करेगा जो की आपके मूल धन यानि Principal Amount को तेजी से multiply करने में आपकी मदद करेगा।

शुरुआती केवल 20 लाख का निवेश और सालाना 25% का CAGR आपको 8 साल में करोड़पति बना देगा जबकि 30 लाख का निवेश 25% CAGR के साथ आपको 6 साल में करोड़पति बना देगा वही अगर आपका मूलधन 40 लाख है तो सालाना 25% का CAGR, 5 साल में ही करोड़पति बना देगा।

Stock Investment 25% CAGR Annually
CAGR 25% Annually

ऐसे ही आप नियमित रूप से अपने आप में निवेश करते रहिये और अपने फाइनेंसियल ज्ञान में वृद्धि करते रहिये धीरे धीरे आप पाएंगे की आप और तेजी से अपनी स्मपति को बढ़ा पा रहे है।

हर साल 30% की वार्षिक अनुपातीय वृद्धि दर के साथ शुरूआती 20 लाख का निवेश आपको 6 -7 वर्ष में करोड़पति बना देगा वही जबकि 30 लाख का निवेश आपको 4 से 5 वर्ष में करोड़पति बना देगा।

30% CAGR in Stock Investment in Hindi
30% CAGR

 

इसे भी पढ़े: Stock Market में निवेश कैसे करें ? सही Investor कैसे बने ?

 

6. एमोशनल न बनें – Don’t Be Emotional: Investment Tips

एक मजा हुवा निवेशक वह बन पाता है जो बाजार के चाल को समझ पाता है, बाजार के चाल को समझने के लिए निवेशक को हर तरह का बाजार और व्यापार सम्बंधित डाटा कलेक्ट करते रहना चाहिए।

मैंने देखा है की कई बार लोग जब बाजार में तेजी आती है तो लोग बाजार में पैसा लगाते है और जैसे ही बाजार गिरने लगता है लोग पैसा निकालने लगते है जो निवेश तो कतई नहीं कहलाता है यह एक तरह से जुवा है जिसे लोग खेलते है और जब हार जाते है तो कहते फिरते है की बाजार खतरनाक है मैंने इतने पैसे बाजार में खो दिए।

एक निवेशक का गुण यह होता है की उसे बाजार के उतार चढ़ाव से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। वह बाजार के दोनों ही परिस्थितियों में ही पैसा बनाता है।

निवेशक का दोनों ही परिस्थितियों में पैसा बनाने का मूल कारन है उसका व्यापार में निवेश करना न की बाजार के उतार चढ़ाव में निवेश करना।

निवेशक कभी भी इमोशनल होकर निर्णय नहीं लेता है वह हमेशा मैथमेटिकल कैलकुलेशन और फंडामेंटल क्या कहता है कम्पनी का डाटा क्या कहता है और भविष्य में उसका प्लान क्या है वह कैसे प्रॉफिट बनाएगा उसका व्यापार ग्रोथ रेट कैसा है और कैसा रहेगा आदि के आधार पर निवेश करता है।

 

7. ट्रेडिंग टिप्स के आधार पर निवेश नहीं करते – Do not Invest Based on Trading Tips

शेयर बाजार अनिश्चितताओ का खेल है यहाँ पर कब क्या हो इसका अंदाजा लगाना लगभग नामुमकिन है ऐसे में अगर आप किसी के दिए हुवे टिप्स के आधार में निवेश करते है तो आप अपना पैसा उसके सहारे छोड़ देते है और जिन्हे जिनके सहारे आप अपना पैसा छोर रहे है उन्हें भी नहीं पता की बजार में क्या होने वाला है तो दरअसल आप अपना पैसा कुल मिलकर भाग्य भरोसे छोड़ रहे है ऐसे में नुकसान होना तय रहता है।

टिप्स देने वाले अधिकतर संस्थानों का एक ही लक्ष्य होता है कैसे भी कर के अपनी अधिक से अधिक रेवेन्यू जेनेरेट की जाए उसके लिए उनका प्रॉफिट मार्जिन सबसे टॉप प्रायोरिटी होता है और जैसे की ऊपर बताया गया है की मार्केट का अंदाजा लगाना लगभग असम्भव है तो फिर उसमे आपका प्रॉफिट कैसे बनेगा या आपका क्या स्थान होगा आप आसानी से अंदाजा लगा सकते है।

Invest Kaise Kare in Hindi

 

8. High Return के लिए High Risk का अवलोकन – Investment Tips

शेयर बाजार में चार तरह की कैटेगरी में आप कंपनियों को बिभाजित कर सकते है। Companies in The Stock Market Can e Classified into Four Types.

  1. लार्ज कैप कम्पनिया (Large Cap Companies)
  2. मिड कैप कम्पनिया (Mid Cap Companies)
  3. स्माल कैप कम्पनिया Ssmall Cap Companies)
  4. रिस्क जोन कम्पनिया (Risk Zone Companies)

Market capitalization अनुसार जब हम कंपनी की अलग अलग केटेगरी में बाटते है तो उनमे सबसे पहले उन कंपनी की लिस्ट तैयार करते है जिनमे हमें इन्वेस्ट करना है और वह सुरक्षा की दृश्टिकोण से सबसे सुरक्षित होते है (Safest Companies in The Stock Market)और वैसी कम्पनिया जिनका जिनका बाजार में एक ब्रांड बना हुवा है और वह कंपनी का ब्रांड अपनी कॉम्पिटिटर के लिए एक मोट का काम करता है।

ये कंपनी अपनी प्रसिद्ध ब्रांड नाम की वजह से शेयर बाज़ार की दिग्गज कम्पनिया कहलात्ती है (Giants of The Stock Market)। और यह कम्पनिया अपने प्रॉफिट कमाने पर अपने शेयरधारकों को अपने प्रॉफिट में से कुछ हिस्सा लाभांश के रूप से देती हैं।

इस तरह की लिस्ट में ज्यादातर वही कम्पनिया शामिल होती है जिनका मार्केट कैप आम तौर पर बड़ा होता है और अपने भीमकाय Market Caps की वजह से इन्हे सबसे सुरक्षित कंपनियों में भी गिना जाता है इन कंपनियों में इन्वेस्ट करने वाले इन्वेस्टर रिस्क फ्री जोन (Risk Free Zone Companies) या फिर बहुत ही कम रिस्क जोन में होते है।

 

मिड कैप कम्पनिया – Mid Cap Companies

मध्यम वर्गीय कंपनी उन्हें कहते है जिनका Market Capitalization लार्ज कैप कंपनियों से कम लेकिन स्माल कैप कंपनियों से अधिक होता है Market Capitalization के अनुसार इस तरह की कंपनियों की रैंकिंग 101 से 250 के बीच है। ये कम्पनिया भीमकाय बनने की कगार पर है लेकिन अभी बनी नहीं है मगर इनका परफॉरमेंस साल दर साल अच्छा हो रहा है ऐसे में इस बात की अधिक सम्भावना है की आने वाले समय में यह लार्ज कैप में अपना स्थान बनाएंगी।

इस तरह की कंपनियों की विकास दर लार्ज कैप से अधिक होती है लेकिन चुकी इन्हे अपना विकास करना होता है ऐसे में कई बार यह कम्पनिया कई बार अधिक रिस्की दाव (Risky Bets) चलती है जिसकी वजह इनमे इन्वेस्ट करना थोड़ा रिस्की होता है लेकिन इनका विकास दर अधिक है इस वजह से इन कम्पनियो में Return of Investment भी लग कैप से अधिक होता है।

 

स्माल कैप कम्पनिया – Ssmall Cap Companies

बाजार में शामिल वैसी सभी कंपनी जिनका मार्केट कैप 5000 करोड़ रुपयों से अधिक लेकिन 20 हजार करोड़ रुपयों से कम होती है वो सभी स्माल कैप कंपनी में अपना स्थान बनाती है।

चुकी यह सभी कंपनी एक ग्रोथ पकड़ चुकी होती है लेकिन इन्हे और अधिक विस्तार करना होता है इस वजह से ये तेजी से मार्केट कैप्चर करना चाहती है ताकि अपने कॉम्पिटिटर से अधिक आगे निकल सके और अपने ब्रांड का एक मोट खड़ा कर सके ऐसे में इन्हे अधिक कर्ज लेना भी पड़ता है।

इस वजह से ये सभी कंपनी अधिक रिस्क जोन में होती है लेकिन बाजार में मौजूद ऊपर दोनों ही तरह की कंपनियों से अधिक return कमा कर देने की क्षमता भी इसी कंपनी में होती है।

 

रिस्क जोन कम्पनिया – Risk Zone Companies

बाजार में लिस्टेड वो सभी कंपनी जिनका मार्केट कैप पांच हजार करोड़ से कम होता है वो सभी कंपनी उच्च रिस्क जोन कंपनी में आती है यहाँ पर कंपनी का कोई दिशा तय नहीं रहता है लेकिन वह इस प्रयास में रहती है।

Multi-Bagger Company Kya Hai?

उच्च रिस्क जोन में होने की वजह से इन कंपनी का शेयर भी अधिकतर बार सस्ता होता है जिसकी वजह से आपक कम पैसे में अधिक से अधिक हिस्सा कंपनी का खरीद सकते है और जब यह विकास की रफ़्तार पकड़ती है तो मल्टी बैगर साबित होती है।

भविष्य में मल्टी बैगर कम्पनी (Multi-Bagger Company) की उम्मीद में लोग इनमें इन्वेस्ट करते है लेकिन अधिकतर बार लोग अपना पैसा डूबा देते है क्युकी अधिकतर बार यह कंपनी डूब जाती है या बंद हो जाती है।

 

Apne Paise Kaha Invest Kare : Investment Tips 1


शेयर बाजार में निवेश करने के कई तरिके होते है और हर तरीकों की अपनी एक रिस्क रिवार्ड अनुपात होता है अतः निवेश करने से पहले, आपको अपने दैनिक जरूरतों के खर्चों पर नज़र रखनी चाहिए कभी भी अपने जरूरत के पैसों को निवेश कर उसे तुरंत पैसा बनाने की ओर नहीं देखना चाहिए।

आपका एक निवेश बजट का होना बेहद जरुरी होता है पारिवारिक और व्यक्तिगत वजट तैयार करे। हर निवेश पूरी तरह personalized और customized होता है इसीलिए कभी भू दूसरे के साथ अपनी तुलना नहीं करे और निवेश के तरीकों का चुनाव सुविधानुसार करना चाहिए।

बाजार में निवेश के कुछ सामान्य तरीके ये हैं:

  • म्यूचुअल फ़ंड – Mutual Funds
  • सावधि जमा (एफ़डी) – FD
  • रियल एस्टेट – Real Estate
  • सोना – Gold
  • राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) – National Pension Scheme (NPS)
  • बीमा – Insurance etc.

 

2024 में निवेश कितने प्रकार से कर सकते हैं? : Investment Tips


आज डिजिटल युग में निवेश बेहद ही आसान और ऑप्टीमाइज़्ड हो गया है जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से उपलब्ध विकल्पों में से किसी एक का या मल्टीप्ल तरीको के द्वारा चुनाव कर अपने मूल धन को कई गुना बढ़ा सकता है।

जब निवेश विकल्प अधिक हो तो निवेश में कई बार Confusion भी होता है और

Confusion की वजह से हम सही इन्वेस्टमेंट का चुनाव नहीं कर पाते है जो की एक बहुत बड़ा नुकसान का कारण भी बनता है।

भारत में निवेश के क्या प्रकार है ? अगर हम भारतीय बजार में निवेश के प्रकार की बात करे तो उसके जोखिमों के अनुसार तीन तरह की श्रेणियों में रख सकते है। ये प्रकार है :कम जोखिम, मध्यम जोखिम और उच्च जोखिम। अगर हम इसे अच्छे से समझने की कोशिश करेंगे तो काफी बड़ा विश्लेषण होगा इसीलिए मैं इसे आपको शार्ट एंड स्वीट उत्तर के जरिये आपको समझा रहा हु।

1. कम जोखिम वाला निवेश – Low Risk Investments Tips

इस तरह के निवेश में आपको कम जोखिम उठाना पड़ता है लेकिन जैसा की हम सब जानते है रिस्क रिवॉर्ड अनुपात। कम रिस्क में होने की वजह से यहाँ आपको कम लाभ भी मिलता है लेकिन आपका मूल धन लगभग सुरक्षित रहता है।

अगर आप 50+ क्रॉस कर चुके है तो आपको ऐसे ही निवेश की तरफ रख करना चाहिए। जैसा की मैंने आपको ऊपर के पोस्ट में बताया है की निवेश हमेशा personalized और customized होता है। आप अपने पारिवारिक और आर्थिक स्थिति के अनुसार यह विकल्प चुन सकते है।

इस उम्र में आपके बच्चो की शिक्षा, शादी आदि का भी ख्याल रखना होता है ऐसे में आप भारत सरकार के द्वारा चलाई जा रही कुछ स्किम जैसे की बंदोबस्ती बीमा योजना, सावधि जमा (एफडी), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) और बालिकाओं के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) आदि की तरफ रुख कर सकते है।

2. मध्यम जोखिम वाले निवेश – Medium Risk Investments Tips

जैसा की नाम से स्पस्ट हो रहा है यह थोड़ा जोखिम भरा इंवेस्टमेंट होता है लेकिन उतना भी जोखिम नहीं होता की आप पूरी तरह से डर जाए। ऐसे में अगर आपकी उम्र 45 वर्ष से निचे है और 35 से ऊपर है तो आप इस मध्यम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट को अपना सकते है। इस उम्र में आप थोड़ा बहुत ही जोखिम ले सकते है अतः आपको यह जोखिम लेना चाहिए ताकि आपको अपने मूल धन पर अधिक लाभ प्राप्त हो सके।

शेयर बाजार में आप कुछ मध्यम जोखिम वाले निवेश चुन सकते है जिनमे आता है म्यूच्यूअल फंड्स, संतुलित फंड और इंडेक्स फंड, ETF सभी आपके लिए कम सुरक्षित विकल्प है फिर भी ज्यादा रिस्क नहीं होता।

3. उच्च जोखिम वाले निवेश – High-Risk Investments Tips

इस तरह के निवेश में आपको रिटर्न सबसे अधिक मिलता है लेकिन चुकी रिस्क सबसे अधिक होता है इसीलिए आपका मूल धन भी जोखिम भरा होता है। लेकिन अगर आप मार्केट में लम्बे समय तक बने रहते है तो शेयर मार्केट का इतिहास बताता है की ,शेयर बाजार लम्बे समय में हमेशा ही ऊपर उठता जाता है।

जैसे जैसे देश में नई नई कल कारखाने लगेंगे वैसे वैसे शेयर बाजार भी बढ़ता है और शेयर बाजार के ऊपर जाने का मतलब है आपका निवेश भी बढ़ रहा है बशर्ते की आप अच्छे कम्पनियो में निवेश करते रहे।

इस तरह के निवेश के उदाहरणों में इक्विटी स्टॉक और इक्विटी-आधारित म्यूचुअल फंड शामिल हैं।

इन सभी कंपनियों में निवेश करने की वजह से मार्केट के सेंटीमेंट्स के अनुसार कई बार आपके निवेश राशि में उतार चढाव होते रहते है लेकिन लॉन्ग टर्म के निवेश इसमें पैसा बनाते है।

निष्कर्ष

मैं अंत में यही कहूंगा की आपको हमेशा किसी भी क्षेत्र में निवेश करने के पहले उसकी पूरी तरह से जाँच पड़ताल आदि करनी चाहिए और धन संबंधी मनोविज्ञान की पढाई भी करते रहने चाहिए।

आपका फाइनेंसियल एजुकेशन जितना बेहतर होता जाएगा आपका निवेश उतना ही बेहतर परफॉर्म करेगा और आपका लाभांश बढ़ते जाएगा।

 

निष्कर्ष – Conclusion: Investment Tips

निवेश पूरी तरह से कस्टमाइज्ड और पर्सनलाइज्ड होता है निवेश इस आधार पर तय किया जाता है की निवेशक का उम्र क्या है ? उसकी आय क्या है ? परिवारिक स्थिति कैसी है ? आर्धिक स्थिति कैसी है ? परिवार में निवेशक पर कितने लोग निर्भर है ? निवेशक का लक्ष्य क्या है ? निवेश के प्रति उसकी कितनी जानकारी है आदि सब बातो को ध्यान में रखकर ही निवेश किया जाता है।

निवेशक को विभिन्न प्रकार के स्टॉक को समझ कर ही अपना वित्तीय लक्ष्य तय करना चाहिए। स्टॉक्स को अधिक गहराई से समझने की प्रवृति एक निवेशक को अधिक सही स्टॉक चुनने में मदद करती है जिस से वह अपने वित्तीय लक्ष्य को जल्दी हाशिल कर सकता है।
जब आपके पर एक लिखित निवेश योजना हो तो फिर उस पर स्टॉक सेलेक्ट करना या उस पर अम्ल करना निवेशक को योजना के अनुरूप चलने में मददगार शाबित होता है।

निवेश तथा व्यापार की अधिक गहरी समझ निवेशक को कम रिस्की और अधिक सुरक्षित निवेश करने तथा उसे कुशलतापूर्वक संचालित करने में भी मदद करता है।

अस्वीकरण – Disclaimer: यह ब्लॉग पूरी तरह से शिक्षा देने की दृश्टिकोण से तैयार किया गया है इसे निवेश सुझाव न समझे। हमारा मकसद सिर्फ इतना है की लोग अधिक से अधिक फाइनेंसियल ज्ञान अर्जित करे और फाइनेंसियल शिक्षित बने। और फिर अपनी बुद्धिमता का उपयोग कर निवेश करे। कृपया इसे निवेश सुझाव न समझे।

 


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