Bihar Assembly Elections 2020 में तेजस्वी प्रसाद यादव का भाषण
वैसे तो बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Elections 2020) काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस बार कोरोना की वजह से जन सभाओं में भीड़ थोड़ी कम दिख रही है मगर फिर भी लोग कोरोना की परवाह किए बिना अपने नेता का भाषण सुनने के लिए भीड़ में एक साथ इकट्ठा हुए जा रहे हैं
कुछ ऐसा ही हमें देखने को मिला जब बाढ़ के अथमलगोला इलाके में राष्ट्रीय जनता दल के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी प्रसाद यादव भाषण देने मंच पर आये !

Tejashvi Prasad Yadav
तेजस्वी की भाषण में भीड़ जुट रही है क्योंकि तेजस्वी एक युवा चेहरा है और बिहार के युवाओं को लगता है कि तेजस्वी उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे और उन्होंने जो दश लाख सरकारी रोजगार देने का वायदा अपने बिहार के युवाओं से किया है उसका प्रभाव कहीं ना कहीं देखने को मिल रहा है
ऐसा ही जब वो अथमलगोला इलाके में जनसभा को सम्बोधित कर के वापस मंच से उतरे और जाने लगे तो वाहा के कुछ युवा मंच पर चढ़ गए और वाहा राष्ट्रीय जनता दल की बज रही चुनावी संगीत पर जमकर डांस किया !
Bihar Assembly Elections 2020 में तेजस्वी का बेरोजगारी मुद्दा
इस बार कोरोना की वजह से बिहार के जो प्रवासी मजदूर थे वापस आ चुके हैं और बेरोजगारी की संख्या कुछ ज्यादा ही बढ़ी हुई है और वाहा अभी बेरोजगारों को एक ही मुद्दा दिखाई दे रहा है, वह है रोजगार और जो भी नेता रोजगार की बात करेगा उसकी बातों से हर बेरोजगार को न चाहते हुवे भी कुछ उमीदे बांध जा रही है !
हालांकि इसके अलावा बहुत सारे मुद्दे हैं मगर तेजस्वी ने बिहार की युवाओं की दुखती रगो को टटोला है बिहार की युवाओं का जो दुख है वह बेरोजगारी ! सत्ता में १५ साल रहने के वावजूद भी जो शिक्षा रोजगार और सरक की बात करता हो ये तो बिहार की जनता को जरूर सोचना चाहिए !
तेजस्वी समर्थक और उम्मीदे
अब देखने वाली बात यह है कि क्या तेजस्वी प्रसाद यादव अपने बिहार की युवाओं को 10 लाख रोजगार का वादा पूरा कर पाते हैं या नहीं यह तो चुनाव जीतने के बाद चुनाव के रिजल्ट आने के बाद उनके जब सरकार बनेगी तो ही पता चलेगा !
वैसे उनके समर्थकों की संख्या की कमी नहीं है उनके यादव बिरादरी के पूरा समर्थन है तेजस्वी प्रसाद यादव के पास यादव ही नहीं यादव मुस्लिम बहुल लोगों का भी काफी अच्छा समर्थन है इसके अलावा कुछ पिछड़े कास्ट का भी समर्थन है, तेजस्वी प्रसाद यादव अपने चुनावी सम्बोधनों में कुछ न कुछ ऐसा बोल जा रहे है की का कहीं ना कहीं वो विपक्ष के लिए चिंता का विषय बने हुवे है !